Tuesday, November 29, 2011

NHRC issues notice, seeks report on ‘missing labourers’

http://www.dailypioneer.com/state-editions/bhopal/24223-nhrc-issues-notice-seeks-report-on-missing-labourers.html

The National Human Rights Commission has issued a notice to the Chief Secretary of Madhya Pradesh and sought a detailed report regarding 40 labourers missing from a cement factory in Damoh district.

A daily national The Pioneer on November 26 carried a story regarding missing of 40 labourers from the cement factory. On Monday, the MPHRC had issued notices to senior Government officials and district administration in Madhya Pradesh in the same issue. Joint Registrar of NHRC, AK Parashar said that the Commission has taken cognizance of a complaint quoting media reports of the November 26, wherein it has been alleged that about 40 labourers were not traceable after heavy cranes collapsed in an under construction cement factory in Narsingarh village of Damoh in Madhya Pradesh. "The Commission has asked the Chief Secretary, Government of Madhya Pradesh to submit a report within six weeks in the matter," he added.

Allegedly, about 300 labourers, mostly from Bihar and Uttar Pradesh, were working at the construction site at the time of incident on the 23rd November. The complainant has demanded compensation for the families of the deceased labourers and medical treatment of the injured. Meanwhile, sources informed that the senior officials of the company reached the plant on Tuesday and took stock of the situation.

Further, a magisterial probe was also ordered by the district collector in this regard. It is worth mentioning that in 1983, Heidelberg Cement India Ltd established a new plant at Damon in Madhya Pradesh.
 
Petition:

Wednesday, November 23, 2011

झारखंड मे आदिवासी हितो पर कार्यरत मानवाधिकार कार्यकर्ता की ह्त्या के समबन्ध में।



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From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/11/17
Subject: झारखंड मे आदिवासी हितो पर कार्यरत मानवाधिकार कार्यकर्ता की ह्त्या के समबन्ध में।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com


सेवा मे,                                        17 नवम्बर 2011

      अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

   नई दिल्ली,

विषय:- झारखंड मे आदिवासी हितो पर कार्यरत मानवाधिकार कार्यकर्ता की ह्त्या के समबन्ध में

महोदय,

         मै, आपका ध्यान 17 नवम्बर 2011 के इंडियन एक्सप्रेस की खबर  ' 5yrs ago, Jharkhand nun helped win tribal's right, Tuesday night, she was axed to death' पर आकृष्ट करना चाहता हुँ। (अखबार की कतरन संलग्न )

           लेख है कि, झारखंड के पकुर जिले के पुचवारा गाव मे की कैथिलिक नन की हथियारबन्द लोगो ने ह्त्या कर दी । 52 वर्षीय वल्सा जान आदिवासी हितो पर कार्यरत थी । लगभग 50 लोगो भीड ने लाठी और डंडो से उन्हे पीट कर मार डाला 

          महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है कि घटना की  मजिस्ट्रेटियल जांच की जाय, तथा दोषियो पर कार्यवाही किया जाय। मृतक के परिवारवालो को रुपये 5 लाख का मुआवजा दिया , कृपया अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे ।  

भवदीय

डा लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
   मोबा.न0:+91-9935599333

pvchr.india@gmail.com

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छत्तीसगढ मे चिकित्सको द्दारा महिला नसबन्दी के दौरान लापरवाही एवम बदतमीजी के समबन्ध में।



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From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/11/21
Subject: छत्तीसगढ मे चिकित्सको द्दारा महिला नसबन्दी के दौरान लापरवाही एवम बदतमीजी के समबन्ध में।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com


सेवा मे,                                        21 नवम्बर 2011

      अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

   नई दिल्ली,

विषय:- छत्तीसगढ मे चिकित्सको द्दारा महिला नसबन्दी के दौरान लापरवाही एवम बदतमीजी के समबन्ध में

महोदय,

       मै, आपका ध्यान 19 नवम्बर 2011 के दैनिक भाष्कर की खबर  'ढाई घंटे मे 32 महिलाओ की नसबन्दी का आपरेशन ' पर आकृष्ट करना चाहता हुँ। (अखबार की कतरन संलगन )

    लेख है कि, छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर के आयुर्वैदिक कालेज मे संचालित शहरी परिवार कल्याण केन्द्र मे 16 व 18 नवम्बर 2011 को आयोजित महिला नसबन्दी आपरेशन मे चिकित्सको ने मात्र पांच मिनट ही मे एक महिला का आपरेशन कर दिया जबकि एक आपरेशन मे सामान्य तौर पर 20 मिनट लगता है । आपरेशन के दौरान महिलाओ के साथ बदतमीजी भी की गयी। स्वास्थ्य कर्मियो द्दारा आपरेशन के लिये पैसे भी लिये गये ।आपरेशन के बाद बेहोशी की स्थिति मे महिलाओ को जमीन पर लिटा दिया गया । चिकित्सको द्दारा आपरेशन के दौरान औजारो की साफ सफाई पर भी लापरवाही बरती गयी ।

          महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है कि चिकित्सको की लापरवाही की स्वतंत्र जांच की जाय तथा जिम्मेदार अधिकारियो को तत्काल बर्खास्त किया जाय । कृपया अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे ।  

भवदीय

डा लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
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दिल्ली प्रशासन की लापरवाही से किन्नर सम्मेलन मे आग से मरने व घायल होने के समबन्ध में।



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From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/11/22
Subject: दिल्ली प्रशासन की लापरवाही से किन्नर सम्मेलन मे आग से मरने व घायल होने के समबन्ध में।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com


सेवा मे,                                        22 नवम्बर 2011

      अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

   नई दिल्ली,

विषय:- दिल्ली प्रशासन की लापरवाही से किन्नर सम्मेलन मे आग से मरने व घायल होने के समबन्ध में

महोदय,

       मै, आपका ध्यान 21 नवम्बर 2011 के हिन्दुस्तान टाईम्स की खबर  '15 dead, 34 hurt in East Delhi fire ' पर आकृष्ट करना चाहता हुँ। (अखबार की कतरन संलगन )

    लेख है कि, दिल्ली के नार्थ – ईस्ट दिल्ली के नन्द नगरी के ई-2 ब्लाक के समुदायिक भवन मे आयोजित किन्नरो के सम्मेलन मे आग लगने से 15 से अधिक किन्नरो की मौत हो गयी तथा 34 से अधिक घायल हो गये हैकिन्नरो के इस अखिल भारतीय सम्मेलन मे लगभग 3000 से अधिक किन्नर भागीदारी कर रहे थे प्रशासन द्दारा सम्मेलन मे सुरक्षा आदि के लिये कोई व्यवस्था नही की गयी थी किन्नर अभी भी अपने परिजनो को अस्पताल मे ढुढ रहे है परंतु स्थानीय प्रशासन द्दारा कोई सहायता सेंटर नही खोला गया है  

          महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है कि घटना की स्वतंत्र जांच की जाय,मृतको के परिवार वालो रुपये को 5 लाख,घायलो को मुफ्त चिकित्सा और मुआवजा तथा जिम्मेदार अधिकारियो पर कार्यवाही किया जाय । कृपया अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे ।  

भवदीय

डा लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
   मोबा.न0:+91-9935599333

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दलित बस्ती - भीमछाया के 1000 धरो को गिराने एवम आवास तथा भूमि के लिये घरनारत लोगो पर लाठीचार्ज व महाराष्ट्रा सरकार द्दारा कोई कार्यवाही नही करने के सम्बन्ध में।



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From: Mreetyunjay Rai <mreetyunjay@gmail.com>
Date: 2011/11/23
Subject: दलित बस्ती - भीमछाया के 1000 धरो को गिराने एवम आवास तथा भूमि के लिये घरनारत लोगो पर लाठीचार्ज व महाराष्ट्रा सरकार द्दारा कोई कार्यवाही नही करने के सम्बन्ध में।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com


सेवा मे,                                                 23 नवम्बर 2011

      अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

   नई दिल्ली

विषय:- मुंबई मे दलित बस्ती - भीमछाया स्लम के 1000 धरो को गिराने एवम आवास तथा भूमि के लिये घरनारत लोगो पर लाठीचार्ज व महाराष्ट्रा सरकार द्दारा कोई कार्यवाही नही करने के सम्बन्ध में

अभिनन्दन !!!

महोदय,

       मै, आपका ध्यान 23 नवम्बर 2011 के न्युज फस्ट की खबर 'Bulldozed and Homeless: Residents continue their dharna in Mumbai ' पर आकृष्ट करना चाहता हुँ.[i]http://www.newzfirst.com/web/guest/full-story/-/asset_publisher/Qd8l/content/bulldozed-and-homeless:-residents-continue-their-dharna-in-mumbai?redirect=/web/guest/home

       लेख है कि, महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के भिखरोलि पुर्व मे 1995 से बसे स्थायी स्लम भीमछाया के 1000 घरो को महाराष्ट्र सरकार ने स्लम के सम्वैधानिक नियमो के खिलाफ 10 दिन के नोटिस पर गिरा दिया। यन्हा 1995 मे बसे लोगो को राज्य सरकार ने सन 2000 राशन कार्ड,परिचय पत्र,वोटर कार्ड आदि भी जारी किये थे । परंतु 5 नवम्बर 2011 को जारी नोटिस मे यन्हा के लोगो को 16 नवम्बर 2011 तक जगह खाली करने का आदेश जारी कर दिया गया । लोगो ने राजीव गाँधी आवास योजना के अंतर्गत आवास देने की मांग की परंतु प्रशासन ने उन्हे कोई भी सहायता उपलब्ध कराने की जगह उनके मकानो पर बुलडोजर चला दिया । पिछले 6 दिनो से उनके द्दारा जारी शांतिपुर्ण धरने पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमे बच्चो,महिलाओ तथा पुरुषो को गम्भीर चोटे आयी है,कुछ के हाथ भी टुट गये है तथा कई लोग हिरासत मे है । हजारो लोग न्याय की उम्मीद मे ठंड के मौसम मे खुले आसमान मे प्रतिक्षारत है

          महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है बच्चे,महिलाये और बुजुर्गो के पुनर्वास की ब्यवस्था के वगैर 10 दिन की नोटिस पर जगह खाली कराना, सरकार द्दारा की गयी कार्यवाही गैर सम्वैधानिक है,कृप्या मामले कीस्वतंत्र जांच की जाय तथा भीमछाया के निवासियो को राजीव गान्धी आवास योजना के अंतर्गत या अन्य योजनाओ के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराया जाय तथा उन्हे मुआवजा दिया जाय । लाठी चार्ज के लिये जिम्मेदार पुलिस कर्मियो पर कार्यवाही की । कृपया, अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे, जिससे  पीडितो को शीध्र राहत मिल सके ।  

 

डा लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी

  मोबा.न0:+91-9935599333

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Wednesday, November 16, 2011

झारखण्ड के जनपद कोडरमा के डोमचंच प्रखण्ड मे अतिगम्भीर बिमारी के कारण हो रहे मौत के सन्दर्भ मे !



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From: Detention Watch <pvchr.adv@gmail.com>
Date: 2011/11/16
Subject: झारखण्ड के जनपद कोडरमा के डोमचंच प्रखण्ड मे अतिगम्भीर बिमारी के कारण हो रहे मौत के सन्दर्भ मे !
To: Anil Kumar Parashar <jrlawnhrc@hub.nic.in>, akpnhrc@yahoo.com
Cc: pvchr.india@gmail.com


सेवा मे,                                                              16 नवम्बर, 2011

      अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवअधिकार आयोग,

   नई दिल्ली,भारत !

विषय :- झारखण्ड के जनपद कोडरमा के डोमचंच प्रखण्ड मे अतिगम्भीर बिमारी के कारण हो रहे मौत के सन्दर्भ मे !

महोदय,
      हम आपका ध्यान झारखण्ड के जनपद कोडरमा के डोमचंच प्रखण्ड मे करमीकुंड गांव की ओर आकृष्ट कराना चाहुगा, जहा अज्ञात बिमारी के कारण बच्चो के साथ पूरा परिवार को ही मौत के मुह के निवाला बन जा रहे है ! यहा का उप स्वास्थय केन्द्र करीब एक साल से बन्द है और ए0एन0अम0 (ANM) और अन्य मनोनित स्वास्थयकर्मी कभी भी क्षेत्र को अपनी जिम्मेदारी के तहत झांकने गये, जब मौत का मामला प्रकाश मे आया तब यहा मेडिकल कैम्प लगाया जा रहा है ! please find the attached files,
     इस मामला के साथ अन्य गम्भीर मामले भी प्रकाश मे आयी है वे निम्न है :- 
1) पूरे क्षेत्र मे स्कूलो की स्थिति अति दयनीय है, जैसे - बच्चे खुले आसमान मे पढ्ने को मजबूर, शिक्षक नदारत, बडे. तदाद मे कुपोषित बच्चे के साथ बाल श्रमिक का पुंर्वासन नही हो पाया है.
2) वही 10 वर्ष से ऊपर अलग राज्य बनने के बाद भी कई क्षेत्र ढिबरी युग मे जिन्दगी जी रहे है !
वही बिहार के गया जनपद मे आखरी 6 माह मे इन बिमारी से लगभग 82 बच्चे मर चुके है ! फिर भी सम्बन्धित विभाग चेता नही !
                        अत: महोदय से निवेदन है कि स्वत संज्ञान मे लेते हुये उक्त मामला मे आदेश / निर्देश देने की कृपा करे, ताकि मामला लम्बी प्रक्रिया का शिकार न हो जाए, पीडितो के साथ न्याय हो  !


                                                                                                               डा0 लेनिन
 

                                                                                    (महा सचिव)

                                                    मानवाधिकार जन निगरानि समिति
                                                     एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
                                                         मोबा.न0:+91-9935599333

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Saturday, November 5, 2011

माननीय उच्च न्यायलय इलाहाबाद के आदेश की अवहेलना तथा महजबीन के सम्भावित आनर कीलिंग के समबन्ध मे .



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From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/11/2
Subject: माननीय उच्च न्यायलय इलाहाबाद के आदेश की अवहेलना तथा महजबीन के सम्भावित आनर कीलिंग के समबन्ध मे .
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com, DIG Varanasi <sspvns-up@nic.in>, IG Zone Police Varanasi <igzonevns-up@nic.in>


सेवा मे                                                2 नवम्बर 2011
 
अध्यक्ष ,
 
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
 
नई दिल्ली
 
बिषय - माननीय उच्च  न्यायलय इलाहाबाद के आदेश की अवहेलना तथा महजबीन के सम्भावित आनर कीलिंग के समबन्ध मे .
 
केस संख्या(NHRC) - 39343/24/72/2011/OC/M-2
 
महोदय,
 
लेख है कि, महजबीन को आज दिनाँक 2 नवम्बर 2011 को माननीय उच्च न्यायलय, इलाहाबाद , (उत्तर प्रदेश ), मे फैजुर्र्हमान की याचिका पर सुनवाई करते हुए माननीय न्यायालय ने महजबीन की शादी और धर्म परिवर्तन के मान्यता देते हुए महजबीन को स्वतंत्र कर दिया है. परंतु न्यायालय परिसर मे ही महजबीन के पिता अभय  राम नागर ने महजबीन से मारपीट की. नारी संरक्षण गृह - वाराणसी (उ.प्र.) से आये पुलिस ने महजबीन को उसके पति फैजुर्रहमान को नही सौपा. पुलिस के साथ इक ही गाडी मे महजबीन,अभय राम नागर और उनके साथी भी गये है. पुलिस के अनुसार वह नारी निकेतन ले जाकर उसे छोड देगी.
                  
                                                      महोदय, महजबीन के पिता इक दबंग ब्यक्ति है. उन्होने ने न्यायल के परिसर मे ही महजबीन को धमकी दी है की उसे जान से मार देगे पर मुस्लमान के साथ नही जाने देगे. इस  परिस्थिति मे महजबीन आनर कीलिंग सम्भावना है. महोदय से अनुरोध है कि अतिशीध्र उचित कार्यवाही करे जिससे महजबीन और उसके ससुराल वालो की रक्षा हो सके.  

 

भवदीय

 

डा0 लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
   मोबा.न0:+91-9935599333

pvchr.india@gmail.com

www.pvchr.org

www.pvchr.net

 



Acknowledgement Letter:Complaint regarding news paper clipping captioned "7 navjaton ki maut".



---------- Forwarded message ----------
From: jrlawnhrc <jrlawnhrc@nic.in>
Date: Wed, Nov 2, 2011 at 3:50 PM
Subject: Acknowledgement Letter
To: minority.pvchr@gmail.com


Dated: 2.11.2011

 

Case No. 5986/30/3/2011

To,                                         

                                                           

     Dr. Lenin

     Secretary General - PVCHR

     E-mail Id- minority.pvchr@gmail.com  

 

 

       Sub : - Complaint regarding news paper clipping captioned "7 navjaton ki maut". 

 

        Sir,

 

            With reference to your e-mail dated 16/10/2011 addressed to the Chairperson of the Commission, I am directed to acknowledge the receipt of the letter. It is being placed before the Commission.

 

            The Case Number, as mentioned above, may kindly be referred to, in future correspondence in the matter.

 

 

Yours faithfully,

 

 

            (A.K. Parashar





Acknowledgement Letter:Complaint regarding 46 Gujarati tourists released in Kalpeni island of Lakshadeep.




-----Original Message-----
From: jrlawnhrc
Sent:  02/11/2011 3:37:42 pm
Subject:  Acknowledgement Letter

Dated: 2.11.2011

Case No. 8/31/0/2011
To,

Dr. Mohanlal Panda
Advisor, PVCHR
E-mail Id- pandaml67@gmail.com


Sub : -    Complaint regarding 46 Gujarati tourists released in Kalpeni island of Lakshadeep.

Sir,

           With reference to your E-mail dated 31.10.2011, addressed to the Chairperson of the Commission, I am directed to acknowledge the receipt of the letter. It is being placed before the Commission.

           The Case Number, as mentioned above, may kindly be referred to, in future correspondence in the matter.


Yours faithfully,


           (A.K. Parashar)




Acknowledgement Letter:Complaint regarding right to Health for residents of Dwarka.




-----Original Message-----
From: jrlawnhrc
Sent:  02/11/2011 3:35:03 pm
Subject:  Acknowledgement Letter

Dated: 2.11.2011

Case No. 6042/30/7/2011
To,

Dr. Mohanlal Panda
Advisor, PVCHR
E-mail Id- pandaml67@gmail.com


Sub : -    Complaint regarding right to Health for residents of Dwarka.

Sir,

           With reference to your E-mail dated 31.10.2011, addressed to the Chairperson of the Commission, I am directed to acknowledge the receipt of the letter. It is being placed before the Commission.

           The Case Number, as mentioned above, may kindly be referred to, in future correspondence in the matter.


Yours faithfully,


           (A.K. Parashar)




प0 बंगाल मे सरकारी अस्पताल के कर्मचारियो की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के सम्बन्ध में



---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/11/5
Subject: प0 बंगाल मे सरकारी अस्पताल के कर्मचारियो की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के सम्बन्ध में
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com


सेवा मे,                                                   5 नवम्बर 2011

      अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

   नई दिल्ली

विषय:- प0 बंगाल मे सरकारी अस्पताल के कर्मचारियो की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के सम्बन्ध में

महोदय,

       मै, आपका ध्यान 3 नवम्बर 2011 के टाईम्स आफ इंडिया की खबर ' newborn washed with acid in WB hospital , dies(अखबार की कतरन संलग्न )  एवम   लिंक - http://www.ndtv.com/video/player/news/bengal-hospital-uses-acid-instead-of-antiseptic-baby-dead/215139 पर आकृष्ट करना चाहता हुँ ।

       लेख है कि प0 बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के लालबाग सरकारी अस्पताल मे चिकित्सकीय कर्मीयो की लापरवाही से इक नवजात शिशु की मौत हो गयी जबकि जन्म देने वाली माँ शिखा बीबी धायल हो गयी है । चिकित्सकीय कर्मीयो ने लापरवाही से शिशु व महिला को एंटीसेप्टिक की जगह जख्मो मर एसिड लगा दिया । मामले को दबाने के लिये कहा कि बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ है । शिखा बीबी के अनुसार उन्होने बच्चे को पैदा होने के बाद रोते हुए सुना था। महिला के पैर व अन्य भागो पर भी एसिड से जलने के जख्म है । शिखा के देवर अशरफ शेख के अनुसार उन्हे डाक्टर ने बताया था कि बच्चे को आक्सीजन दिया जा रहा है, बाद मे कहा कि मरा हुआ पैदा हुआ था । उनकी मौत का मुख्य कारण सरकारी अस्पताल मे चिकित्सकीय लापरवाही है ।        

          महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है कि घटना की स्वत्ंत्र जांच की जाय, शिखा बीबी के बच्चे की मौत के जिम्मेदार अस्पताल कर्मीयो पर कानूनी कार्यवाही, शिखा बीबी का मुफ्त ईलाज तथा  उनके परिवार वालो को मुआवजा दिया जाय। कृपया,अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे ।

 

भवदीय

 

डा लेनिन

(महा सचिव)

मानवाधिकार जन निगरानि समिति

एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
  मोबा.न0:+91-9935599333

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